bedtime stories in hindi "सोने की कहानियाँ"
लालची लोमड़ी "The Greedy Fox"
एक जंगल में एक लोमड़ी रहता था। वह बहुत लालची था और हमेशा अन्य जानवरों से खाने के लिए तंग आकर उन्हें लूट लेता था।
एक दिन, लोमड़ी को एक बारिश के बाद भूख लगी थी और वह उस समय एक शिकारी की खान-पान की ठण्ड में देखा। शिकारी के पास एक टोकरी में भरे हुए दाने थे। लोमड़ी ने शिकारी के पीछे चल कर उसे गिरफ्तार कर लिया और उसकी टोकरी में से दाने चुरा लिए।
लोमड़ी को खाने के बाद बहुत खुशी हुई और वह अपने आप को बहुत बुद्धिमान समझने लगी। इसके बाद से, लोमड़ी रोज शिकारी के पास जाकर उसकी खान-पान चुराने लगी।
एक दिन, शिकारी ने लोमड़ी को पकड़ लिया और उसे जानवरों के बीच छोड़ दिया। लोमड़ी को उस दिन समझ में आया कि उसने अपनी लालच के कारण अपने जीवन को खतरे में डाल दिया था। वह उसी दिन से बदल गया और अन्य जानवरों के साथ न्यायपूर्ण ढंग से रहने लगा।
मोरल: लालच के कारण हम अप्राप्त करने के लिए अक्सर अपने जीवन को खतरे में डालते हैं। हमें अपनी लालच को नियंत्रित करना चाहिए और दूसरों के साथ सही तरीके से रहना चाहिए। इस तरह हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
सोने की चिड़िया "The Golden Bird"
"सोने की चिड़िया" एक प्रसिद्ध कहानी है जो भारतीय लोक कथाओं में से एक है। इस कहानी का मुख्य विषय है अहंकार और संयम। यह कहानी एक राजा के बारे में है जिसे सोने की चिड़िया के बारे में सुना गया था, जो इतनी अमीर होती थी कि उसके पंखों में सोने की तरह चमकते थे।
राजा ने इस चिड़िया को पकड़ने का निर्णय किया था ताकि वह उसके समृद्धि की जड़ों तक पहुंच सके। लेकिन सोने की चिड़िया की बुद्धि उससे अधिक तेज थी। वह राजा को छल से जाल में फंसा दिया और उसे सोने की चिड़िया की जगह तक पहुंचा दिया।
राजा ने चिड़िया के पंखों की चमक को देखते हुए बहुत खुश हो गया था, लेकिन उसे अपने अहंकार के बल पर राज्य के लोगों को अनुचित रूप से शासन करने का निर्णय लिया। उसने लोगों के उपद्रव से सामना करने में नाकाम रहा और उसके संबंध तोड़ दिए गए।
समय के साथ, राजा के राज्य में संकट आ गया और उसे अपनी अहंकार की गलती का समझ आ गई। वह अपने राज्य को फिर से स्थापित करने के लिए बहुत कोशिश करता रहा, लेकिन नाकाम रहा। तब उसे अपनी गलती का अनुमान लगा और वह अपने राज्य के लोगों से माफी मांगने के लिए तैयार हुआ।
उसने अपने दोस्तों से मदद मांगी और सोने की चिड़िया के बारे में भी बताया। उन्होंने सोने की चिड़िया के संबंध में जानकारी ली और उसे ढूंढने के लिए जाने शुरू किया।
बहुत मुश्किलों के बाद, उन्होंने सोने की चिड़िया को ढूंढ लिया और उसे राजा के पास ले गए। राजा ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए सोने की चिड़िया को छोड़ दिया और उसने उसके समझ में आए समय और अहंकार के महत्व को समझा।
मोरल:यह कहानी न केवल बच्चों के लिए बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए उपयोगी है। हमें इससे यह सीख मिलती है कि अहंकार और गर्व की वजह से हम अपनी बुद्धि खो सकते हैं और गलत निर्णय ले सकते हैं।
थका हुआ सांप "The Tired Snake"
एक बार जंगल में एक सांप रहता था। वह बहुत ही थका हुआ था क्योंकि वह पूरे दिन ढेर सारे अंडे ढूँढता रहता था लेकिन उसे कुछ नहीं मिलता था। उसे नींद भी नहीं आती थी और वह बहुत ही कमजोर हो गया था।
एक दिन, सांप बहुत ही थका हुआ था और उसे थोड़ी देर के लिए आराम करना था। तभी उसने एक झाड़ी के नीचे एक चूहे को देखा। सांप उसे पकड़ने के लिए तैयार हो गया लेकिन चूहे ने उसे एक सवाल पूछा, "तुम इतना थका क्यों हो?"
सांप ने कहा, "मैं पूरे दिन ढेर सारे अंडे ढूँढता रहता हूँ लेकिन मुझे कुछ नहीं मिलता है। मैं बहुत ही थक गया हूँ और नींद भी नहीं आती है।"
चूहे ने बताया, "देखो, तुम अपनी ताकत को बर्बाद कर रहे हो। तुम्हें इतने अंडे ढूँढने की ज़रूरत नहीं है। तुम अपने आसपास देखो, वहाँ तो अनेक छोटे-छोटे साँप हैं जो तुम्हारे साथ हो सकते हैं। तुम साथ मिलकर उन साँपों को पकड़ सकते हो और उनके साथ अपना खाना शेयर कर सकते हो।"
सांप ने चूहे की बात मान ली और वह अब अन्य साँपों के साथ खाने की सोच रखता था। उसे इससे बहुत फायदा हुआ क्योंकि अब वह थकान महसूस नहीं करता था और उसे नींद भी अच्छी आती थी।
मोरल:इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अकेले नहीं रहना चाहिए और हमें हमारी ताकतों का उपयोग करना चाहिए। हमें साथ मिलकर काम करना चाहिए और दूसरों के साथ शेयर करना चाहिए ताकि हम सब एक साथ सफल हो सकें।