short story in hindi"दोस्तों की भावनाओं का सम्मान"
एक बार की बात है, एक लड़की थी जो अपनी
पढ़ाई के लिए बहुत मेहनत करती थी। वह बहुत समय
से एक बड़े शहर में अपने बचपन के दोस्तों से दूर रह रही थी।
एक दिन उसके पास एक पत्र आया जिसमें उसकी सबसे अच्छी दोस्त
की शादी के लिए आमंत्रण था। लड़की को बहुत खुशी हुई और
वह उसे समय पर पहुंचने के लिए तैयार हो गई।
वह अपनी दोस्त के घर पहुंची और उसके साथ बहुत खुश रही।
उसने अपने दोस्त को बहुत देर तक देखा और वहां के सभी लोगों से मिली।
अगले दिन सुबह, लड़की ने अपनी चीजों को पैक करना शुरू किया
ताकि वह शहर से वापस जा सके। उसके दोस्त ने उसे उनके अलग
होने से रोका और कहा, "तुम यहां क्यों जा रही हो? हम तुम्हें अब जाने नहीं देंगे।"
लड़की बहुत विचलित हो गई और उसने दोस्त से पूछा, "क्या हुआ है? मैं जानती
नहीं कि मुझमें क्या गलती है।"
उसके दोस्त ने उससे कहा, "तुम अपने शहर से बहुत दूर हो गई हो।
तुम्हारे संग रहकर तुम्हारे विचार-विमर्श नहीं हो सकते।"लड़की को
अपने दोस्त के वचनों से दुःख हुआ और उसने अपनी चीजों को फिर से उतारा।
वह अपने दोस्तों से अलविदा कहकर वहां से चली गई।
लड़की ने वह अनुभव सोचा और समझा कि दोस्तों से अधिक खुद
का महत्व होता है। वह फिर से उस शहर में नहीं रहना चाहती थी। इसलिए,
वह नए लोगों से मिलने और नए दोस्तों बनाने के लिए तैयार थी।
इस कहानी से हम यह सीख सकते हैं कि दोस्तों की भावनाओं का सम्मान
करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। हमें अपने दोस्तों के साथ अच्छी तरह
संबंध बनाए रखना चाहिए और उनके साथ हमेशा अच्छा व्यवहार करना चाहिए।
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