tenali ramakrishna stories in hindi "तेनाली रामकृष्ण की कहानियाँ"
एक बार राजा कृष्णदेव राय ने टेनाली रामकृष्ण
को एक समस्या हल करने के लिए बुलाया।
राजा ने उससे कहा, "टेनाली, मेरे पास एक बहुत बड़ी चिंता है।
हमारे देश में बहुत सारे लोगों के लिए रोटी-कपड़े का
सबसे बड़ा समस्या है। इस समस्या का हल निकालिए।"
टेनाली ने ध्यान से सुना और उसे एक दिन की मज़दूरी दी।
उसने सोचा कि उसे इस पर अधिक सोचने की ज़रूरत है।
उसने उस दिन अपने सारे पैसे खर्च कर दिए।
अगली सुबह, टेनाली राजा के पास गया।
राजा ने पूछा, "टेनाली, क्या आपने इस समस्या का हल निकाला है?"
टेनाली ने कहा, "हाँ, महाराज।
रोटी-कपड़े की समस्या का हल मुझे मिल गया है।"
राजा बहुत खुश हुआ और टेनाली से पूछा, "तो आपने क्या किया?"
टेनाली ने बताया, "मैंने अपने सारे पैसे खर्च कर दिए।
अब हमें रोटी-कपड़े की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।"
राजा बहुत हैरान था और उसने पूछा, "लेकिन टेनाली,
अपने सारे पैसे खर्च कर दिए? ये कैसे समस्या का हल हो सकता है?"
टेनाली ने कहा, "महाराज, अब देश में कोई भी रोटी-कपड़े
के लिए नहीं चिंता करेगा। अब उनको बस इस
बारे में सोचना होगा कि वे मुफ्त में कहां से मिलेंगे।"
राजा ने टेनाली को बधाई दी और उसे बड़ी सम्मान
दिया। उस दिन से राजा कृष्णदेव राय ने टेनाली को
अपना अति विश्वासपात्र बनाया।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें
अपनी समस्याओं को हल करने के लिए क्रियाशील होना चाहिए।
अक्सर हमें विचार करने से ज़्यादा कुछ करना चाहिए
जिससे हमें समस्याओं का समाधान मिल सके।
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